साल 2024 का G7 शिखर सम्मेलन इटली में आयोजित किया गया, जहाँ विश्व के सात प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के नेता एकत्र हुए। लेकिन खास बात भारत के लिए ये है कि G7 का हिस्सा नहीं होने बावजूद भारत को इस महत्वपूर्ण आयोजन में हिस्सा लेने का न्यौता दिया जाता है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसमें हिस्सा लिया। इस बार जी7 शिखर सम्मेलन 2024 का मुख्य एजेंडा रहा युक्रेन युद्ध, गाज़ा में युद्ध विराम, लाल सागर, हिंस प्रशांत क्षेत्र एवं जलवायु परिवर्तन आदि. इसी के साथ मोदी जी ने भी अपना एक नारा दिया एआई फॉर ऑल. इन सभी चीजों के बारे में हम इस लेख में विस्तार से चर्चा करेंगे. इसे अंत तक पढ़ें.

G7 Summit 2024
आर्टिकल का नाम | जी7 शिखर सम्मेलन |
साल | 2024 |
शामिल देश | 7 |
अन्य देश | भारत, तुर्की, यूएई, ब्राजील |
2024 मेजबान देश | इटली |
जी7 शिखर सम्मेलन 2024
इस साल का शिखर सम्मेलन इटली में आयोजित किया गया था. जहां जी7 में शामिल देशों के अलावा कुछ अन्य देशों को भी इसमें शामिल किया गया था. और उनमें से एक हमारा भारत देश भी था. प्रधानमंत्री मोदी जी ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए इसमें हिस्सा लिया.
शिखर सम्मेलन 2024 की मुख्य विशेषताएँ
1. भारत और इटली की मित्रता:
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दोस्ती इस सम्मेलन का मुख्य आकर्षण रही। दोनों नेताओं ने #Melodi हैशटैग के साथ अपनी दूसरी सेल्फी साझा की, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। मेलोनी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस वीडियो को साझा किया, जिसमें उन्होंने “Hello from the Melodi team” कहते हुए दोनों नेताओं को कैमरे की ओर हाथ हिलाते हुए दिखाया
2. द्विपक्षीय वार्ता और रक्षा सहयोग:
शिखर सम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी और मेलोनी ने द्विपक्षीय वार्ता की। उन्होंने रक्षा और सुरक्षा सहयोग पर चर्चा की और उम्मीद जताई कि दोनों देशों के बीच रक्षा उद्योग में और सहयोग बढ़ेगा। भारत में इस साल के अंत में इटली के विमानवाहक पोत ITS Cavour और प्रशिक्षण जहाज ITS Vespucci की आगामी यात्रा का भी स्वागत किया गया
3. अन्य प्रमुख बैठकें:
शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने वैश्विक सुरक्षा और आपसी सहयोग पर विचार-विमर्श किया। इसके अलावा, मोदी ने अन्य G7 देशों के नेताओं से भी मुलाकात की और विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।
शिखर सम्मेलन 2024 का एजेंडा
इस वर्ष के G7 शिखर सम्मेलन का मुख्य एजेंडा वैश्विक आर्थिक स्थिरता, जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य संकट और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा रहा। प्रमुख बिंदुओं में शामिल थे:
1. वैश्विक आर्थिक सुधार:
COVID-19 महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था को पुनः पटरी पर लाने के प्रयासों पर चर्चा हुई। इसके तहत रोजगार सृजन, व्यापार में वृद्धि, और आर्थिक असमानताओं को कम करने के उपायों पर जोर दिया गया
2. जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण:
जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए समर्पित नीतियों और निवेश पर जोर दिया गया। कार्बन उत्सर्जन को कम करने, नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने और सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति पर विचार किया गया।
3. स्वास्थ्य संकट प्रबंधन:
महामारी प्रबंधन, वैक्सीन वितरण और स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करने पर चर्चा हुई। विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ समन्वय बढ़ाने और भविष्य की स्वास्थ्य संकटों से निपटने के लिए तैयारी पर जोर दिया गया।
4. अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा:
वैश्विक सुरक्षा, आतंकवाद के खतरे और साइबर सुरक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। देशों ने मिलकर इन चुनौतियों का सामना करने और शांति बनाए रखने के उपायों पर विचार किया।
निष्कर्ष
G7 शिखर सम्मेलन 2024 ने न केवल वैश्विक आर्थिक और पर्यावरणीय मुद्दों पर महत्वपूर्ण कदम उठाए, बल्कि भारत और इटली के बीच के मजबूत संबंधों को भी प्रदर्शित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जियोर्जिया मेलोनी की दोस्ती और सहयोग ने इस सम्मेलन को और भी यादगार बना दिया। यह शिखर सम्मेलन न केवल वर्तमान समस्याओं को हल करने के लिए एक मंच साबित हुआ, बल्कि भविष्य के लिए एक सकारात्मक दृष्टिकोण भी प्रदान किया।
प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति ने यह भी दर्शाया कि भारत वैश्विक मंच पर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस शिखर सम्मेलन के परिणामस्वरूप आने वाले वर्षों में वैश्विक सहयोग और शांति की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की उम्मीद की जा सकती है।
इस लेख में हमने आपको जी7 शिखर सम्मेलन से संबंधित सभी जानकारी देने की कोशिश की है. इसके बारे में यदि आपको और जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट करें. साथ ही ऐसी ही ट्रेंडिंग जनकारी के लिए हमारे ब्लॉग को फॉलो करें.
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