Lok Sabha Session 2024: प्रधानमंत्री मोदी जी ने किया 18वीं लोकसभा का गठन, जानिए उससे पहले उन्होंने क्या कहा

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भारत की राजनीति में 24 जून 2024 का दिन एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ हैं, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18वीं लोकसभा का गठन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने संसद को संबोधित करते हुए नए संकल्पों और उच्च आदर्शों के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया। उनकी प्रेरणादायक वाणी ने सभी सांसदों को उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों की याद दिलाई। आइये इसके बारे में डिटेल में आपको बताते हैं कि मोदीजी ने क्या कहा।

Lok Sabha Session 2024: प्रधानमंत्री मोदी जी ने किया 18वीं लोकसभा का गठन, जानिए उससे पहले उन्होंने क्या कहा

Lok Sabha Session 2024

आर्टिकल का नामलोकसभा का गठन
साल2024
कौन सी लोकसभा है18वीं लोकसभा
किसने कियाप्रधानमंत्री मोदीजी ने
कब किया24 जून 2024
संसद सत्र3 जुलाई तक

18वीं लोकसभा के गठन का विशेष महत्व

प्रधानमंत्री मोदी जी ने 18वीं लोकसभा का गठन करने से पूर्व देश को संबोधित किया और कहा कि 18वीं लोकसभा का गठन भारतीय लोकतंत्र के लिए एक नई शुरुआत है। उन्होंने इस लोकसभा को देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह नए मार्ग प्रशस्त करेगी और लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेगी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि 18वीं लोकसभा का गठन एक नई ऊर्जा और दृष्टिकोण के साथ हुआ है।

18वीं लोकसभा का मूलांक 9 से संबंध एवं महत्व

प्रधानमंत्री मोदी ने वैदिक अंक शास्त्र का उल्लेख करते हुए 18वीं लोकसभा के मूलांक 9 (1+8=9) का विशेष महत्व बताया। उन्होंने कहा कि गीता के 18 अध्याय होते हैं जो कर्तव्य और करुणा का संदेश देते हैं, उसी तरह 18वीं लोकसभा भी देश के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेगी। उन्होंने यह भी बताया कि 9 का अंक पूर्णता का प्रतीक है और यह लोकसभा भी इसी दिशा में कार्य करेगी।

सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण

प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर की बात करते हुए कहा कि 18 का अंक भारतीय सभ्यता में एक विशेष स्थान रखता है। उन्होंने महाभारत के 18 अध्यायों, गीता के 18 अध्यायों और 18 पुराणों का उल्लेख किया। उन्होंने यह भी कहा कि 18 की उम्र में युवाओं को मताधिकार मिलता है, जो लोकतंत्र में उनकी भागीदारी को दर्शाता है।

ठोस नीतियों की आवश्यकता

पीएम मोदी ने अपने भाषण में जोर देकर कहा कि जनता अब केवल नारों से संतुष्ट नहीं होती। उन्हें ठोस नीतियाँ और विकास के कार्य चाहिए। उन्होंने सांसदों को याद दिलाया कि उन्हें अपने क्षेत्र की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना होगा। इसके साथ ही, पीएम मोदी ने यह भी कहा कि सभी सांसदों को एकजुट होकर देश की प्रगति के लिए काम करना चाहिए और व्यक्तिगत मतभेदों को परे रखना चाहिए।

नई चुनौतियाँ और अवसर

पीएम मोदी ने 18वीं लोकसभा के सामने आने वाली चुनौतियों और अवसरों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि देश के सामने कई चुनौतियाँ हैं, जैसे कि आर्थिक असमानता, बेरोजगारी, और पर्यावरणीय संकट। लेकिन इन चुनौतियों के साथ-साथ, विकास के नए अवसर भी मौजूद हैं। उन्होंने सांसदों से आग्रह किया कि वे इन अवसरों का पूर्ण उपयोग करें और देश को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाएं।

युवा पीढ़ी की भूमिका

प्रधानमंत्री ने युवा पीढ़ी की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि देश का भविष्य युवाओं के हाथों में है और उन्हें अपने विचारों और ऊर्जा का सही उपयोग करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि युवाओं को राजनीति में सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए और अपने विचारों को प्रस्तुत करना चाहिए।

संसद सत्र की चुनौतियाँ और प्राथमिकताएँ

18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी प्राथमिकताओं और चुनौतियों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि देश के समक्ष कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिन्हें संबोधित करना अत्यावश्यक है। इनमें कृषि सुधार, आर्थिक विकास, रोजगार सृजन, और स्वास्थ्य सेवा सुधार शामिल हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार इन मुद्दों पर गंभीरता से काम करेगी और देश के हर नागरिक के लिए जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाएगी। इसके लिए उन्होंने सभी दलों से सहयोग की अपील की और संसद को एक मंच के रूप में उपयोग करने की सलाह दी जहां सभी मतभेदों को भुलाकर देश की प्रगति के लिए काम किया जा सके।

प्रधानमंत्री की अपील

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण के अंत में सभी सांसदों से अपील की कि वे अपने अपने क्षेत्रों में जनता के लिए काम करें और देश को एक नई ऊँचाई पर ले जाएँ। उन्होंने कहा कि यह समय है जब सभी को मिलकर देश के विकास के लिए काम करना चाहिए और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 18वीं लोकसभा का गठन एक नई दिशा की ओर इशारा करता है। उनके विचार और दृष्टिकोण ने न केवल सांसदों बल्कि पूरे देश को एक नई ऊर्जा और प्रेरणा से भर दिया है। अब यह समय है कि सभी मिलकर देश के विकास और प्रगति के लिए कार्य करें और भारत को एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र बनाएं।

इस नए अध्याय की शुरुआत ने यह साबित कर दिया है कि जब निष्ठा, समर्पण और प्रेरणा के साथ काम किया जाता है, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता। 18वीं लोकसभा निश्चित रूप से देश की प्रगति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह संसद अपने सभी उद्देश्यों को प्राप्त करेगी।

ये ब्लॉग पोस्ट पीएम मोदी के प्रेरणादायक भाषण और 18वीं लोकसभा के गठन की महत्ता को दर्शाती है। यह नई लोकसभा निश्चित रूप से देश के विकास और प्रगति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

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